मुंगेली ब्युरो चीफ – जितेन्द्र पाठक
बिलासपुर – केंद्रीय आवासन और शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू ने सांसद में राहुल गांधी पर भाजपा सांसदों के साथ धक्का मुक्की करने और भाजपा सांसदों को घायल करने का आरोप लगाया। तोखन ने कहा कि गुरूवार को संसद के प्रवेश द्वार पर हुई घटना ने राहुल गाँधी और पूरी कांग्रेस पार्टी की चाल, चरित्र और चेहरे को देश के सामने बेनकाब कर दिया है।
उन्होंने आगे कहा, “मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। हमें लगा कि वे आज जो कुछ भी किया उसके लिए माफ़ी मांगेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनका अहंकार झलक रहा था। मैं उनका व्यवहार देख रहा था लेकिन राहुल गांधी ने जो किया वह सभ्य समाज के लिए अकल्पनीय है। आज जब भाजपा सांसद मकर द्वार पर विरोध कर रहे थे, तो राहुल गांधी वहां आ गए। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर जाने के लिए दूसरी जगह का इस्तेमाल करने को कहा लेकिन वे जानबूझकर वहां आए और भाजपा सांसदों पर हमला किया, पार्टी की महिला सांसदों के साथ भी उन्होंने दुर्व्यवहार किया।
इस घटना ने न सिर्फ राहुल, बल्कि कांग्रेस पार्टी के मन में छुपे अहंकार को जगजाहिर कर दिया। मोहब्बत की दुकान के अंदर राहुल गांधी नफरत का व्यापार कर रहे हैं। उनके दिल में देशवासियों के प्रति हिंसा की भावना है। संविधान की किताब को हाथ में लिए घूमने वाले लोग मौका मिलने पर किस तरह उसी संविधान और कानून की धज्जियां उड़ाने से नहीं चूकते ये संसद के मकर द्वार पर हुई घटना से पूरे देश ने देख लिया है।
राहुल ने गुंडों की तरह बर्ताव किया
तोखन ने कहा कि राहुल गांधी ने गुंडों की तरह व्यवहार किया। उन्होंने वहां धक्का-मुक्की शुरू कर दी जिससे हमारे बुजुर्ग सांसद प्रताप सारंगी गिर गए और उनके सिर पर गंभीर चोट आई। उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया और उनका अभी भी इलाज चल रहा है। वे बेहोश थे, उनका एमआरआई स्कैन किया गया है। क्या संसद में तर्क की जगह बाहुबल का इस्तेमाल होगा? हमारी आदिवासी सांसद फंगनोन कोन्याक ने जो भी कहा, उससे हम बहुत दुखी हैं। उन्होंने राज्यसभा के स्पीकर से शिकायत की है कि उनके साथ गलत व्यवहार किया गया। स्पीकर ने कहा कि वे रोते हुए उनके पास आईं।” आज राहुल गांधी ने संसद की मर्यादा को तार-तार किया है। कांग्रेस पार्टी ने सदैव बाबासाहेब अंबेडकर जी का अपमान किया है , उनके चुनाव में उनका विरोध किया था और देश के कानून मंत्री के पद से दवाब देकर इस्तीफा दिलवाया था। उनको “भारत रत्न” तक नहीं दिया और आज अंबेडकर जी के सम्मान का एक झूठा नाटक कर रहे हैं। देश सारी सच्चाई को जानता है, ये कांग्रेस पार्टी के नेता का पूरा आचरण निंदनीय और भर्त्सना योग्य है।