प्रेशर हॉर्न पर सरगुजा पुलिस की सख्त कार्यवाही,कुल 25 बसों पर 50 हजार रुपये की चलानी कार्यवाही

:- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा के दिशा निर्देशन मे यातायात पुलिस टीम द्वारा की गई कार्यवाही।
:- बसों मे लगे तेज आवाज़ वाले प्रेशर हॉर्न निकलवाकर निर्धारित आवाज़ वाले हॉर्न लगाने दी गई समझाइस।
:- कल देर शाम चेकिंग अभियान के दौरान कुल 25 बसों के चालकों से 50000/- रुपये समन शुल्क किया गया वसूल।
:- दुबारा प्रेशर हॉर्न लगा जाने पर वाहन चालकों पर सख्त वैधानिक कार्यवाही किये जाने हेतु दी गई समझाइस।
⏩ भारी वाहनों मे लगे प्रेशर हॉर्न राहगीरों और अन्य वाहन चालकों के लिए कई प्रकार की परेशानी उत्पन्न करते है, बस एवं ट्रकों से प्रेशर हॉर्न से निकलने वाली तेज आवाज कई लोगों के सुनने की क्षमता भी प्रभावित कर रही है, दुरुस्त यातायात व्यवस्था के साथ साथ नागरिकों के हितो कों संज्ञान मे लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा यातायात पुलिस टीम कों ऐसे प्रेशर हॉर्न लगे वाहनों पर सख़्ती से कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया था, इसी क्रम मे यातायात पुलिस टीम द्वारा गत दिवस बस स्टैंड अंबिकापुर, एवं अन्य प्रमुख मार्गो पर भारी वाहनों मे लगे हॉर्न की चेकिंग की गई, प्रमुखता से बसों मे लगे हॉर्न की जांच की गई जिसमे अधिकतर वाहनों मे प्रेशर हॉर्न लगा हुआ पाया गया, वाहन चालकों कों प्रेशर हॉर्न के उपयोग पर की जाने वाली वैधानिक कार्यवाही के बारे मे समुचित जानकारी देते हुए बसों मे लगे प्रेशर हॉर्न कों निकलवाया गया।

⏩ कार्यवाही के दौरान कुल 25 बसों मे लगे प्रेशर हॉर्न निकलवाकार वाहनों चालकों के विरुद्ध चलानी कार्यवाही करते हुए कुल 50000/- रूपये का समन शुल्क वसूल किया गया, बस चालकों कों कार्यवाही के दौरान समझाइस देते हुए बताया गया कि भीड़ भाड़ वाले जगह पर अचानक प्रेशर हॉर्न बजने से कई बार वाहन चालक घबरा जाते है, जिससे संतुलन बिगड़ जाता है। इससे एक्सीडेंट का खतरा भी बढ़ जाता है, ऐसी स्थितियों से बचने के लिए निर्धारित आवाज़ वाले सामान्य हॉर्न उपयोग मे लाने की समझाइस दी गई, बसों से उक्त प्रेशर हॉर्न निकलवाने के पश्चात पुनः नया प्रेशर हॉर्न लगा हुआ पाये जाने पर सख्त वैधानिक कार्यवाही किये जाने की हिदायत दी गई।

⏩ चेकिंग अभियान के दौरान यातायात शाखा प्रभारी उप निरीक्षक विजय कैवर्त, उप निरीक्षक अभय तिवारी, सहायक उप निरीक्षक सी. पी. सिंह, प्रधान आरक्षक विमल सिंह, आरक्षक इंद्रप्रताप, उमेश्वर पैकरा, नगर सैनिक रामदेव राम, विजय साहू, माउंट चालक नागेंद्र, चालक संदीप राजवाड़े सक्रिय रहे।

