बिलासपुर- एटीआर वनक्षेत्र के बफर जोन आरएफ 98 लक्ष्मण डोंगरी एवं गाभी घाट के बीच पहाड़ में अधेड़ की क्षतविक्षत शव मिला है।

मृतक दो दिनों से घर से लापता था। परिजन व पुलिस की टीम तलाश कर रहे थे। शव मिलने की सूचना पर पुलिस की टीम जांच करने जंगल पहुंची। पुलिस व वन विभाग की टीम ने शव की जांच की। प्रथम दृष्टया बाघ के हमले से मौत की आंशका है! फिलहाल पुलिस ने पीएम के बाद शव को परिजन को सौंप दिया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का पता चलेगा।
पुलिस ने बताया कि जूनापारा चौकी क्षेत्र के ग्राम सकेरी निवासी उमाशंकर साहू (52) मजदूरी का काम करता था। उमा शंकर अपने गांव के अन्य साथियों के साथ रोजाना सुबह जलाऊ
लकड़ी के लिए जंगल जाता था और सुबह 11 बजे लौटकर सभी अपने-अपने घर आ जाते थे। 15 मई को उमाशंकर अन्य ग्रामीणों के साथ सुबह 4 बजे जंगल जाने के लिए निकला था। 11 बजे अन्य ग्रामीण लकड़ी लेकर घर आ गए, लेकिन उमाशंकर लौटकर नहीं आया। शाम तक भी उसके बारे में पता नहीं चला। इसके बाद परिजन व ग्रामीणों ने पता तलाश शुरू किया। इसके बाद भी उमाशंकर के बारे में किसी ने जानकारी नहीं दी। इसके बाद परिजन ने जुनापारा चौकी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस टीम भी उमाशंकर की तलाश कर रही थी।
शनिवार को दोपहर ग्रामीण लकड़ी के लिए जंगल गए थे। आरएफ 98 वन क्षेत्र लक्ष्मण डोंगरी एवं गाभी घाट के बीच में एक शव पर उनकी नजर पड़ी। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने वाले परिजन को बुलाया गया। परिजन ने मृतक की पहचान उमाशंकर के रूप में की मृतक के शरीर में कई जगह जंगली जानवरों के हमले के निशान मिले हैं। पुलिस ने वन विभाग को सूचना दी।
डीएफओ के निर्देश पर वन अमला भी घटना स्थल जांच करने जंगल पहुंची। पुलिस व वन विभाग के अफसरों ने चोट के निशान से बाघ के हमले की आशंका व्यक्त किया है।
बिखरे मिले मानव कंकाल – परिजन-मृतक उमा शंकर का शव अलग-अलग टुकड़ों में पड़ा था। क्योंकि पहाड़ से नीचे उतारना लाश को चुनौती से कम नही थी। दुर्गम पहाड़ से निचे लाने के पुलिस ने घण्टो पैदल चले। अवशेष के नाम पर सिर्फ कंकाल एवं कुछ खोपड़ी के अंश ही था जिसे एक साथ लाना के लिये पुलिस की टीम ने एक प्लास्टिक की बोरी में शव को डालकर पीएम करवाने के लिए रवाना किये। पीएम के बाद शव को परिजन को सौंप दिया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का पता चल पाएगा। फिलहाल पुलिस की टीम मर्ग कायम कर जांच में जुटी है।
पुलिस की टीम ने घटना स्थल के आसपास की तलाशी ली तो मृतक के हाथ, सिर, पैर के टुकड़े 200 मीटर के दायरे में अलग-अलग जगह में मिले हैं। हड्डी के टुकड़े में मांस नहीं था, पुरी तरह से मांस निकला हुआ था। एक जूता पेड़ के नीचे मिला है। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस ने शव को पंचनामा कार्यवाही कर मर्ग कायम कर मामले की विवेचना में जुट गयी है।
जुनापारा चौकी प्रभारी मनोज शर्मा ने बताया कि वनक्षेत्र लक्ष्मण डोंगरी के ऊपर पहाड़ी में जहाँ लाश मिली है,वह क्षेत्र हमारा नही है,मृतक जुनापारा चौकी क्षेत्र ग्राम सकेरी के निवासी है। मामले में मर्ग कायम किया गया है।
