
ब्युरो चीफ – जितेन्द्र कुमार पाठक
लोरमी — रेत माफिया अब बड़े शहरों में ही नहीं गांव में भी लगे हैं पांव पसारने क्यों की गांव के ही सफेद पोस नेता कुछ ग्रामीण चंद रूपयों के लालच में दिन दहाड़े मनियारी नदी ग्राम घानाघाट में अवैध तरीके से रेत उत्खनन जे सी बी के द्वारा निकाल कर श्मशान घाट में डंप कर रखे हैं जिससे नदी किनारे कटाव हो रहा है दबी जुबां से कुछ ग्रामीण आपस में बातें कर रहे है की ये तो सरासर अन्याय है फिर भी शिकायत करने से डरते हैं।क्योंकी उन्हें डर लगा रहता है की रेत निकालने वाले रेत माफिया कहीं उनसे मारपीट न कर दे।

जिस तरह स्पष्ट नजर आ रहा है की श्मशान घाट में रखे अवैध रेत का भंडार जमा रखें है उसमें ग्राम के जन प्रतिनिधि पंच, सरपंच, जनपद सदस्य, का हिस्सा मोटा रकम उन्हें मिलता हो अगर नहीं मिलता तो जन प्रतिनिधि जरूर शासन – प्रशासन तक आवाज उठाते। अभी बरसात का मौसम है जिससे रेत का दाम सातवें आसमान पर है अधिक मुनाफे के लालच में अवैध रेत का कारोबार फल फुल रहा है।

अभी राज्य सरकार अवैध रेत उत्खनन पर कार्यवाही कर रहे हैं लेकिन मुंगेली जिला खनिज अधिकारी के संज्ञान में नहीं आया है की मामला कुछ और है कहीं ऐसा तो नहीं की खनिज विभाग के कर्मचारियों की अवैध रेत तस्करों से मिलीभगत सांठ गांठ हो तभी तो ये खुले आम जे सी बी मशीनों से बरसात में भी उत्खनन कर रहे हैं जबकी जिला कलेक्टर का स्पष्ट निर्देश है की बरसात के दिनों में रेत घाट में भी रेत उत्खनन करना बैन रहता है रेत के इस अवैध उत्खनन का मामला सिर्फ ऊराई कछार घानाघाट ही नहीं मनियारी नदी से सटे ग्रामों में भी यही हाल है अब आगे की कार्यवाही अवैध रेत उत्खनन पर कब तक प्रशासन जब्ती की कार्यवाही करता है ।
जिससे मनियारी नदी का बहाव अपने मूल स्वरूप पर हो ।