
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में उत्कृष्ट प्रदर्शन, प्रति बेड 10,000 रुपये वार्षिक इंसेंटिव भी स्वीकृत
कलेक्टर ने समस्त स्वास्थ्य कर्मियों और अधिकारियों को बधाई दी तथा इसी तरह सेवाओं की गुणवत्ता बनाए रखने प्रोत्साहित किये
ब्युरो चीफ – जितेन्द्र कुमार पाठक
मुंगेली – अस्पताल मुंगेली को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) से प्रमाणित किया गया है। अस्पताल ने इस बार सभी 15 निर्धारित स्वास्थ्य सेवा मापदंडों पर कुल 92.33 प्रतिशत अंक अर्जित करते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। कलेक्टर कुन्दन कुमार ने कहा कि यह उपलब्धि न केवल जिले के लिए गौरव का विषय है, बल्कि बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक मील का पत्थर भी है। उन्होने इस सफलता के लिए समस्त स्वास्थ्य कर्मियों और अधिकारियों को बधाई दी तथा इसी तरह सेवाओं की गुणवत्ता बनाए रखने प्रोत्साहित किया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रभात चन्द्र प्रभाकर ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक स्वास्थ्य मंत्रालय की एक पहल है, जिसका उद्देश्य देशभर के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में दी जा रही सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाना और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने वाले संस्थानों को मान्यता प्रदान करना है। जिला अस्पताल मुंगेली ने संक्रमण नियंत्रण, रोगी देखभाल, नैदानिक सेवाएं, रिकॉर्ड प्रबंधन, प्रशिक्षित मानव संसाधन, सफाई एवं मरीज संतुष्टि जैसे सभी महत्वपूर्ण मापदंडों पर उल्लेखनीय कार्य किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने निरीक्षण के दौरान जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं और सेवाओं पर संतोष व्यक्त किया। एनक्यूएएस प्रमाणन के तहत अब जिला अस्पताल को 240 बिस्तरों के आधार पर प्रति बेड 10 हजार रूपए की दर से आगामी तीन वर्षों तक हर वर्ष इंसेंटिव के रूप में राशि प्राप्त होगी।

जिला कार्यक्रम प्रबंधक गिरीश कुर्रे ने बताया कि पिछले छह माह में निरंतर प्रशिक्षण और मूल्यांकन के बाद जिला चिकित्सालय मुंगेली सर्वाधिक अंकों के साथ एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन प्राप्त करने वाला करने वाला अस्पताल बन गया है। उन्होंने बताया इस उपलब्धि में सविल सर्जन डॉ. एम.के. राय, आरएमओ डॉ. संदीप पाटिल, अस्पताल प्रबंधक सुरभि केशरवानी, मेट्रान दिव्या मसीह तथा समस्त स्टाफ का विशेष योगदान रहा।