
ब्युरो चीफ – जितेन्द्र कुमार पाठक
मुंगेली – राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले में मानसून के पूर्व जिले के समस्त कुओं के जल स्तर के मापन का कार्य दिनांक 25 मई से प्रारंभ किया गया है। कलेक्टर कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में जिले के प्रत्येक ग्राम में खुले कुंओं के जल स्तरों को माप कर प्री-मानसून 2025 अवधि तक वास्तविक डाटा अपलोड किये जायेंगे। जिले में 25 मई से मैदानी अमलों द्वारा जलदूत ऐप के माध्यम से प्रत्येक ग्राम के कुंओं के जल स्तर का माप किया जा रहा है, जिसे 15 जून तक किया जायेगा, जिससे मानसून से पहले और मानसून के बाद का डाटा को कैप्चर होगा। उन्होंने इस कार्य को गंभीरतापूर्वक करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रभाकर पाण्डेय ने बताया कि भू-जल डाटा कैप्चर करने के दौरान खुले कुंऐ के जल स्तर की माप किये जाने पूर्व यह सुनिश्चित किया जायेगा कि कुंए से पिछले 10 से 12 घंटे पहले पानी नहीं निकाला गया है और प्रत्येक ग्राम/ग्राम पंचायत के खुले कुंओं का डाटा एक ही दिन अपलोड किया जायेगा। कुंओं के माप एक ही माप बिन्दु से भू-जल स्तरों को जमीन की सतह से मापकर जल स्तर की गहराई की जानकारी रखा जायेगा। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष मानसून के पूर्व और मानसून के बाद जलदूत एप से खुले कुओं का जल स्तर का माप लिया जाता है, ताकि प्रत्येक ग्राम पंचायतों के जल स्तर का रिकॉर्ड रखा जा सके। वर्ष 2024-25 में प्री मानसून में जिले के 01 हजार 92 कुंओं का रिकार्ड जलदूत ऐप में अपलोड किया गया था और मानसून के बाद पोस्ट-मानसून में 01 हजार 119 कुंओं का जलदुत एप्प में अपलोड किया गया था।
मोर गॉव, मोर पानी महाभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए समिति गठित
कलेक्टर
कुन्दन कुमार ने शासन के निर्देशानुसार मोर गॉव, मोर पानी महाभियान के माध्यम से जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए जिला एवं ब्लाक स्तरीय समिति का गठन किया है। जिला स्तरीय समिति में कलेक्टर स्वयं समिति के अध्यक्ष होंगे। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सदस्य सचिव होंगे। इसी तरह ब्लाक स्तरीय समिति में संबंधित ब्लाक के एसडीएम समिति अध्यक्ष होंगे। वहीं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद समिति के सदस्य सचिव होंगे।