मुंगेली ब्युरो चीफ – जितेन्द्र पाठक
लोरमी – लोरमी अचानकमार टाईगर रिजर्व क्षेत्र के भुरकुंड बेरियर के पीछे जमुनाही जाने वाले मार्ग में पेड़ो की कटाई कर दिया गया है वही बेरियर पुरी तरह खुला रहा कोई भी चेकपोस्ट में नहीं रहे, आखिर बफर जोन में कैसे और किसने पेड़ो की कटाई किये वही जिम्मेदारी अधिकारी, कर्मचारीयों को मामले की जानकारी नहीं।
लोरमी क्षेत्र की पहचान अचानकमार टाईगर रिजर्व क्षेत्र जो काफी काफी पहाड़ी, पेड़ो, जंगली जानवरों से भरा हुया अचानकमार टाईगर रिजर्व जंगल व बाध, जानवरों की सुरक्षा के लिए रिजर्व क्षेत्र बनाया है लेकिन उसके बाद भी जंगली जानवरों का अवैध शिकार व पेड़ो की कटाई किये जा रहे है। ये कहना भी लाजिम हो अचानकमार टाईगर रिजर्व नहीं अवैध शिकारीयों व लकड़ी तस्करों के लिए रिजर्व क्षेत्र बनते जा रहा है।
मुंगेली जिले की शान कहे जाने वाले अचानकमार टाइगर रिजर्व जो कि इन दिनों सैलानियों को अपनी ओर काफी प्रभावित कर रही है जहां लगातार पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है वहीं दूसरी ओर अचानकमार टाइगर रिजर्व के जंगलों में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई भी हो रही है जिससे यहां के अधिकारी बेखबर नजर आ रहे हैं। पूरा मामला अचानकमार टाइगर रिजर्व के बफर जोन का है जहां पर बफर जोन में स्थित कक्ष क्रमांक 526 भुरकंुड नाला बैरियर के पास पेड़ों की कटाई की गई है इससे साफ लगता है की लकड़ी तस्कर अभी भी अचानकमार टाइगर रिजर्व के जंगलों की पेड़ों की कटाई कर रहे हैं जिस पर यहां के अधिकारी सिर्फ कार्यवाही की बात कहते नजर आते हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही हो रहा है जहां भुरकुंड जॉच नाका के पास पतले पतले पेड़ों की कटाई कर छोड़ दिया गया है जिसकी जानकारी जब बफर जोन के रेंजर को दी गई तो रेंजर के द्वारा कार्रवाही करने की बात कही गई लेकिन सवाल यह उठता है कि भुककुंड जॉचनाका जहां पर बैरियर गार्ड की ड्यूटी लगाई जाती है वहां पर पेड़ों की कटाई कैसे हो गई। वही आपको बता दे कि जिस दिन धटना का पता चला है उस भुरकुंड जॉच नाका का बेरियर पुरी तरह से खुला हुया था वह चौकी पुरी तरह से बंद था, आखिर जॉचनाका में ड्युटी देने वाले कर्मचारी अपने ड्यटी छोड़ कहॉ नदारद थे अगर कोई विशेष कार्य से कर्मचारी कही गया हो उसे अपने साथी को बेरियर की जिम्मेदारी देना चाहिये था या फिर संबंधित अधिकारी को सुचना करना चाहिये था, जिससे वहॉ बेरियर में व्यवस्था बनाया जा सकता था। अचानकमार टाईगर रिजर्व क्षेत्र के अधिकारी कर्मचारी अपने कार्यस्थल में सही रूप नहीं रहते है जिसके कारण तस्करो के हौसले बुलंद होते रहते हैं।
अचानकमार टाईगर रिजर्व क्षेत्र होने के बाद भी होते रहता है शिकार –
अचानकमार टाईगर रिजर्व होने के बाद भी एटीआर में जंगली जानवरों के करंट तार तो शिकार में जानवरों के शिकार करने की बाते सामने आते रहती है वही जंगल में अवैध लकड़ी तस्करी भी अभी थम नहीं रहा है तस्कर अभी लकड़ी तस्करी किये जाने की बात सुत्रों के हवाले से लगातार जानकारी मिलते रहती है। हाल ही मंे टिंगीपुर जंगल में हाथी मृत अवस्था में पाया गया लेकिन उसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारीयों की नींद नहीं खुली है।
क्या कहना है
आपके द्वारा जानकारी मिली है इसका संज्ञान लिया जायेगा एटीआर क्षेत्र में पेड़ो की कटाई प्रतिबंधित है अगर ऐसा है तो मामले की जॉच कर दोषी पाये जाने पर जिम्मेदार लोगो के खिलाफ कड़ कार्यवाही किया जायेगा।
केन्द्रीय राज्यमंत्री व बिलासपुर सांसद तोखन साहू
जानकारी मिली है धटना स्थल पर स्टाफ को भेजा गया है मैं भी वहॉ जाऊंगा और मामले की जॉच किया जायेगा।
विजय साहू रेंजर