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स्वास्थ्य कर्मचारियों को बर्खास्त करने के विरोध में, हड़ताल में बैठे एनएचएम कर्मचारियों ने दिया सामुहिक इस्तीफा

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स्वास्थ्य कर्मचारियों को बर्खास्त करने के विरोध में, हड़ताल में बैठे एनएचएम कर्मचारियों ने दिया सामुहिक इस्तीफा

मुंगेली ब्यूरो- जितेन्द्र पाठक

मुंगेली- नियमितिकरण सहित 10 सूत्रीय मांगो को लेकर हड़ताल कर रहे स्वास्थ विभाग के एनएचएम संविदा कर्मचारियों के विरूद्ध स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई कार्रवाई से नाराज संविदा कर्मचारियों ने हड़ताल के 18वे दिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सामूहिक इस्तीफा दे दिया! इस दौरान आंदोलनकारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों पर उदारतापूर्वक विचार नहीं किया गया और लिखित आदेश जारी नहीं किये गये तो आंदोलन आगे भी जारी रहेगा!

छत्तीसगढ़ एनएचएम संघ के प्रांतीय आव्हान पर नियमितीकरण सहित 10 सूत्रीय मांगो को लेकर बेमियादी हड़ताल पर गए जिले के एनएचएम स्वास्थ्य कर्मचारियों ने गुरुवार को शासन की दमनकारी आदेश के तहत कई जिलों के स्वास्थ्य कर्मचारियों को बर्खास्त करने के विरोध में प्रांतीय टीम के निर्देशानुसार सामूहिक त्याग पत्र दे दिया है। कर्मचारियों के बर्खास्तगी आदेश से गुरुवार को हड़ताली कर्मचारी आक्रोशित हो गए और प्रांतीय टीम के निर्देशानुसार तत्काल सामूहिक रूप से त्याग पत्र देने का निर्णय लिया। इसके चलते जिले के सभी 3 ब्लॉक में पदस्थ एनएचएम संविदा कर्मचारियों को जिला मुख्यालय बुलाया गया! सभी कर्मचारी धरना स्थल आगर खेल परिसर में एकत्रित हुए और सामूहिक त्याग पत्र देने का समर्थन किया, जिसके बाद सभी कर्मचारियों ने सामूहिक त्याग पत्र पर हस्ताक्षर किए। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी को सौंप दिया। सामूहिक त्याग पत्र सौंपते हुए कर्मचारियों ने कहा कि स्वास्थ विभाग के एनएचएम संविदा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारी मांग पूरी नहीं की जा रही है और कर्मचारियों के हड़ताल को खत्म करने सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर बर्खास्तगी का आदेश निकाल रही है, जिसके विरोध में हम सभी कर्मचारी सामूहिक त्याग पत्र देने के लिए विवश हुए।

विदित हो कि मुंगेली जिले सहित प्रदेशभर में एनएचएम कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर कार्यरत कर्मचारी नियमितीकरण सहित 10 सूत्रीय मांग कर रहे हैं। मांग पूरी नहीं होने पर संविदा कर्मियों ने 18 अगस्त से बेमियादी हड़ताल शुरू की थी। संविदा कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। इसका नजारा जिला अस्पताल सहित समस्त स्वास्थ्य केन्द्रो मे देखने को मिल रहा है! लोग घंटों ओपीडी के लाइन में लगे रहे।

संघ के जिला अध्यक्ष पवन निर्मलकर ने कहा कि चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने मोदी की गारंटी के तहत अपने घोषणा पत्र में नियमितीकरण किए जाने को लेकर सभी स्वास्थ्यकर्मियों को लुभाया था! लेकिन भाजपा को सत्ता में आए दो साल होने वाला है और अब तक सरकार ने अपने घोषणा पत्र में किए गए वादे पर विचार नहीं किया! 27% वेतन वृद्धि भी लंबित है! सरकार 27% वेतन वृद्धि देने और उनका नियमितीकरण करने की जगह उनके आंदोलन करने पर दमनकारी आदेश जारी करते हुए नौकरी से निकाल रही है! हम नियमितीकरण सहित 10 सूत्रीय मांग कर रहे हैं। कोविड-19 के खिलाफ जंग में एनएचएम के संविदा कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों का इलाज किया, आज भी स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा 24*4 घंटे कार्य लिया जाता है जिसके बाद भी हमारी मांग पूरी नहीं की जा रही है! दूसरी ओर कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा रही है। सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपना कर हमारे हौसलों को तोड़ने का प्रयास कर रही है। लेकिन हम टूटेंगे नहीं! कर्मचारी इस बार आर-पार के मूड मे है, डरने वाले नहीं है! इस अवसर पर जिला के समस्त अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

Ashwani Agrawal
मुंगेली / लोरमी न्यूज़
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