महंत जगन्नाथ दास स्वामी आत्मानंद इंग्लिश स्कूल लोरमी का शैक्षणिक भ्रमण संपन्न

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Jitendra pathak -जिला ब्यूरो मुंगेली

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लोरमी – हंत जगन्नाथ दास स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल लोरमी के मिडिल विभाग के कक्षा छठवीं, सातवीं एवं आठवीं के बच्चों के शैक्षणिक भ्रमण पर दिनांक 14 /12/ 24 दिन शनिवार को मद्कू द्वीप, ताला गांव, रूद्र शिव प्रतिमा, देवरानी जेठानी का मंदिर, महर्षि मांडूक्य की तपस्थली एवं मावली माता मंदिर आदि ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व के स्थलों का दर्शन कराया गया।
ज्ञात हो कि विधिवत वैधानिक विभागीय अनुमति प्राप्त कर प्राचार्य अरुण जायसवाल के द्वारा स्वामी आत्मानंद परिसर लोरमी से एक बस एवं एक स्कॉर्पियो को यात्रा पर रवाना किया गया उन्होंने स्वयं उपस्थित होकर मिडिल विभाग के उपस्थित सभी शिक्षकों से जानकारी ली एवं यात्रा कार्यक्रम की समीक्षा की ।फोटो सेशन उपरांत यात्रा शाला परिसर से प्रातः 6:45 पर प्रारंभ हुई। बिलासपुर मुख्य मार्ग एवं तुर्कडीह बाईपास होते हुए मदकू द्वीप पहुंची। इसके पूर्व गर्म नाश्ते की व्यवस्था की गई थी, बच्चों ने नाश्ते का आनंद लिया लजीज एवं गर्म नाश्ते ने बच्चों के उत्साह एवं ऊर्जा को दोगुना करने का काम किया।


धार्मिक एवं ऐतिहासिक महत्व के स्थलों का निरीक्षण करते हुए उपस्थित शिक्षक गणों आनंद गुप्ता, निधि नायक, मुस्कान यादव एवं अमर सोनवानी के द्वारा उनके ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डाला गया। विद्यार्थी वृंद यह जानकर गौरवान्वित अनुभव किये कि मांडूक्य उपनिषद के रचनाकार महर्षि मांडूक्य की तपस्थली हमारे छत्तीसगढ़ में ही विद्यमान है। ताला गांव, देवरानी जेठानी मंदिर, मदकू द्वीप आदि के भ्रमण उपरांत मावली माता मंदिर की ओर प्रस्थान किया गया इस बीच स्टाफ के कुछ सदस्यों को भोजन के प्रबंधन हेतु मदकू द्वीप में ही विराम दिया गया। मावली माता मंदिर की भव्यता को देखकर बच्चे भाव विभोर हो उठे एवं जमकर ग्रुप सेल्फी भी लिया।


बच्चों ने मंदिर के पुजारी से मंदिर के इतिहास एवं धार्मिक महत्व की जानकारी प्राप्त की मंदिर के पीछे स्थित सुंदर उद्यान का भी बच्चों ने लुत्फ उठाया, मदकू द्वीप में वन भोज (पिकनिक) एवं टी सेशन के उपरांत पुनः उसी मार्ग से लौटते हुए यात्रा स्वामी आत्मानंद शाला परिसर में रात्रि 9:15 बजे पहुंच कर समाप्त हुई।

शैक्षणिक भ्रमण यात्रा अत्यंत सफल रही सर्वोपरि तथ्य यह है कि ईश कृपा से किसी को किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं हुई एवं इस सफल यात्रा से विद्यार्थियों ने बहुत कुछ व्यवहारिक ,धार्मिक एवं ऐतिहासिक तथ्यों की व्यावहारिक जानकारी प्राप्त की बच्चों ने यात्रा का पूर्ण आनंद लिया। यात्रा को सफल बनाने मे विद्यालय के प्राचार्य ,समस्त शिक्षक गणों एवं स्टाफ सदस्यों तथा प्रबुद्ध पालकों ने भी प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष सहयोग किया। विद्यालय के प्राचार्य अरुण जायसवाल ने सफल एवम् सुरक्षित शैक्षिक भ्रमण सम्पन्न होने पर सभी को बधाई दी एवम् धन्यवाद ज्ञापित किया।

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