
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का लोकार्पण , छत्तीसगढ़ के 5 स्टेशन शामिल
भिलाई रेलवे स्टेशन में केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू हुए शामिल
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से “अमृत भारत स्टेशन योजना” के तहत पुनर्विकसित 103 रेलवे स्टेशनों एवं अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के भिलाई रेलवे स्टेशन में केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू उपस्थित रहे।

श्री साहू ने इस अवसर पर कहा कि
“प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के नेतृत्व में भारतीय रेलवे का तेज़ी से आधुनिकीकरण हो रहा है। छत्तीसगढ़ अब रेलवे के क्षेत्र में एक ‘मॉडल राज्य’ बनकर उभर रहा है।”
उन्होंने बताया कि आज उन्हें गर्व है कि वे छत्तीसगढ़ में रेलवे क्षेत्र में हो रहे ऐतिहासिक विकास कार्यों की जानकारी साझा कर रहे हैं। यह सिर्फ रेलवे ट्रैक का विस्तार नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक नई ऊर्जा और आधुनिकता का परिचायक है।

श्री साहू के भाषण मुख्य बिन्दुओं पर केन्द्रीत रहा
ऐतिहासिक बजट एवं परियोजनाएं*
- वित्तीय वर्ष 2025-26 में छत्तीसगढ़ को ₹6,925 करोड़ की रिकॉर्ड राशि आवंटित की गई है।
- वर्तमान में ₹47,447 करोड़ की लागत से अनेक रेलवे परियोजनाएं राज्य में प्रगति पर हैं।
अमृत भारत स्टेशन योजना
- देशभर में 1337 स्टेशनों का वर्ल्ड क्लास पुनर्विकास जारी है।
- छत्तीसगढ़ के 32 प्रमुख स्टेशन, जिनमें रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग शामिल हैं, ₹1680 करोड़ की लागत से पुनर्विकसित किए जा रहे हैं।
- आज उद्घाटन किए गए 103 स्टेशनों में छत्तीसगढ़ के 5 स्टेशन – डोंगरगढ़, भानुप्रतापपुर, भिलाई, उरकुरा और अंबिकापुर – भी शामिल हैं।

प्रमुख निर्माणाधीन रेल परियोजनाएं
- राजनांदगांव–नागपुर तीसरी लाइन – ₹3544 करोड़
- बिलासपुर–झारसुगुड़ा चौथी लाइन – ₹2135 करोड़
- बोरिडांड–अम्बिकापुर, गौरेला–पेंड्रा रोड–गेवरा रोड, खरसिया–धरमजयगढ़ जैसी परियोजनाएं औद्योगिक और क्षेत्रीय विकास को नई दिशा देंगी। हाल ही में स्वीकृत बड़ी परियोजनाएं
- खरसिया–नया रायपुर–परमालकसा रेल लाइन – ₹7854 करोड़
- रावघाट–जगदलपुर नई रेल लाइन – ₹3513 करोड़ (दल्लीराजहरा–रावघाट–जगदलपुर परियोजना का दूसरा चरण)
- सरदेगा–भालूमाड़ा सहित कई अन्य रेलमार्गों को भी स्वीकृति दी गई है।
भविष्य की योजनाएं
- अंबिकापुर–बरवाडीह और धर्मजयगढ़–पत्थलगांव–लोहरदगा रेल लाइनों के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे की स्वीकृति, जिसकी अनुमानित लागत ₹26,552 करोड़ से अधिक है। विद्युतीकरण की ऐतिहासिक उपलब्धियां
- छत्तीसगढ़ के सभी रेल मार्गों का 100% विद्युतीकरण पूर्ण हो चुका है। यह उपलब्धि पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा दक्षता और गति के क्षेत्र में ऐतिहासिक मील का पत्थर है।
- तोखन साहू ने कहा कि “हमारा लक्ष्य है हर गांव, हर कस्बा, हर नागरिक तक सुविधा, संपर्क और समृद्धि पहुंचाना। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हम ‘विकसित भारत’ के सपने को रेलगाड़ी की रफ्तार से साकार कर रहे हैं।
इस कार्यक्रम में विधायक ललित चन्द्राकर, विधायक रिकेश सेन, तथा भारतीय रेल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
