मुंगेली ब्यूरो चीफ – जितेन्द्र पाठक
लोरमी – वर्तमान समय में सर्वदूर डिजिटलीकरण का प्रभाव देखा जा सकता है शासन की योजनाओं में भी शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अनेक तकनीकी बातों की ओर विशेष ध्यान दिया गया है। इसी तारतम्य में सेमरसल मिडिल स्कूल में बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने के उद्देश्य से नए-नए रोचक तथ्यों को समझने की मंशा से तथा बच्चों की जिज्ञासा अभिवृद्धि के लिए शिक्षकों द्वारा आधुनिक माध्यमों का उपयोग किया जा रहा है। जिसमें कंप्यूटर मोबाइल के साथ ही साथ प्रोजेक्टर के माध्यम से भी बच्चों को पाठ में आए हुए अनेक बातों को सरलता से समझाने का प्रयास किया जाता है। आपको बता दें कि चयनित स्कूलों को सरकार द्वारा कुछ उपकरण प्रदान किए गए थे कहीं-कहीं पर इसका बहुत अच्छा उपयोग हो रहा है जिसकी बानगी सेमरसल के मिडिल स्कूल में देखा जा सकता है। बच्चों के अंदर वर्तमान समय में अनेक गैजेट्स प्रयोग में लाए जाते हैं, घर में भी सबके हाथ में मोबाइल रहता है, विद्यालय में भी वहीं वातावरण पाकर नए सीखने की ललक बढ़ रही है। इसके बारे में बताते हुए प्रधानपाठक राजकुमार कश्यप ने बताया सरकार की नीति बच्चों को आधुनिक संचार माध्यमों से परिचित कराते हुए नए भारत के निर्माण में योगदान देना है। इसी उद्देश्य से हमारी संस्था में कंप्यूटर, लैपटॉप और साउंड सिस्टम से तथ्य परक सामग्रियां तैयार करके समझाने का प्रयास किया जा रहा है। शिक्षक उमाशंकर सिंह ने इस कदम को वर्तमान पीढ़ी के लिए अनिवार्य बताते हुए नियमित पढ़ाई पर जोर देने की बात की है। हिंदी, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, संस्कृत जैसे विषय समझाने में बड़ा ही सहूलियत होता है। साथ ही शिक्षक राकेश पाण्डेय एवं पुष्पा चतुर्वेदी ने बताया कि डिजिटल पढाई छात्रों की दक्षता, सीखने की क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।